जादुई कढ़ी चावल | Hindi Kahani | Moral Stories | Bedtime Stories | Hindi Kahaniyan | Magic Story

जादुई कढ़ी चावल | Best Magic Story | Hindi Kahani | Moral Stories | Bedtime Stories | Hindi Kahaniyan 2022

हेलो दोस्तों मै हूँ केशव आदर्श और आपका हमारे वेबसाइट मोरल स्टोरीज इन हिंदी (Moral Stories in Hindi) में स्वागत है आज जो मै आपको कहानी सुनाने जा रहा हु | उसका नाम है Magic Curry Rice – जादुई कढ़ी चावल। यह एक Moral Stories For Kids और Bedtime Stories In Hindi और Magic Story की कहानी है और इस कहानी में बहुत ही मजा आने वाला है और आपको बहुत बढ़िया सिख भी मिलेगी | मै आशा करता हु की आपको ये कहानी बहुत अच्छी तथा सिख देगी | इसलिए आप इस कहानी को पूरा पढ़िए और तभी आपको सिख मिलेगी | तो चलिए कहानी शुरू करते है आज की कहानी – Magic Curry Rice – जादुई कढ़ी चावल।

जादुई कढ़ी चावल | Hindi Kahani | Moral Stories | Bedtime Stories | Hindi Kahaniyan | Magic Story
जादुई कढ़ी चावल | Hindi Kahani | Moral Stories | Bedtime Stories | Hindi Kahaniyan | Jadui Kahaniyan – MORALSTORIESINHINDI.IN

जादुई कढ़ी चावल | Hindi Kahani | Moral Stories | Bedtime Stories | Hindi Kahaniyan | Jadui Kahaniyan

चंदनपुर गांव में किशन और मदन नाम के दो भाई रहते थे किशन पैसे वाला था जबकि मदन गरीब था किशन ढाबा चलाता था पहले मदन और किशन दोनों ही मिलकर ढाबा चलाते थे पर जब ढाबा अच्छा चलने लगा तो किशन ने मदन को अपने घर और काम से अलग कर दिया | मदन सीधा-साधा था |

जादुई कढ़ी चावल | Hindi Kahani | Moral Stories | Bedtime Stories | Hindi Kahaniyan | Jadui Kahaniyan – moralstoriesinhindi.in

इसलिए कुछ नहीं बोला मदन ने शुरू से ही खाना बनाना सीखा था, इसलिए उसने अलग होने के बाद एक छोटे से ठेले पर कड़ी चावल बेचना शुरू कर दिया गांव में किशन का ढाबा होने की वजह से मदन की कड़ी चावल का ठेला ज्यादा नहीं चलता था |मदन दयालु स्वभाव का था, वो गरीब और भूखे लोगों को भोजन मुफ्त में ही खिला दिया करता था |

इसे भी पढ़ें – समय का सदुपयोग – Right Use Of Time – Hindi Kahaniya | Bedtime Stories and Best Moral Stories for Kids 2022

This Story Belong to Magic Story

मदन की बेटी रूपा के पैर में चोट आ गई थी, जिसके कारण वो ठीक से चल नहीं पाती थी और उसका इलाज शहर में हो सकता था, जिसके लिए मदन को दो लाख रुपये की जरूरत थी पर मदन के पास इतने पैसे नहीं थे कि वो अपनी बेटी का इलाज करा सकें इस बात को लेकर वह बहुत परेशान रहता था |

क्या करू? शहर के डॉक्टर ने बोला है की रूपा का इलाज जितनी जल्दी होगा, पैर उतनी जल्दी ठीक हो जाएगा अगर देर हो गई तो उसका पैर हमेशा के लिए खराब हो जाएगा | Magic Story – एक बार किशन भैया से बात करके देखता हूँ शायद वो थोड़ी मदद कर दें |

मदन अपने भाई से इस बारे में बात करने के लिए जाता है |

जादुई कढ़ी चावल | Hindi Kahani | Moral Stories | Bedtime Stories | Hindi Kahaniyan | Jadui Kahaniyan – moralstoriesinhindi.in

किशन – है, पागल हो रहा है क्या? दो लाख रुपये की छोटी रकम थोड़ी होती है, Magic Story – एक तो पहले ही मेरा ढाबा ठीक से नहीं चल रहा घर में बड़ी दिक्कत चल रही है और फिर तो कड़ी चावल का ठेला लगाता है, तेरी कमाई नहीं होती क्या? जो मुझसे मांगने के लिए आ गया?

किशन अभी मदन पर गुस्सा हो ही रहा था कि तभी एक बूढ़ा व्यक्ति किशन के ढाबे पर आता है |

बूढ़ा व्यक्ति – भैया कुछ खाने को दे दो बहुत भूख लगी है भगवान तुम्हारा भला करे |

किशन – लो एक मांगने वाला पहला या दूसरा मांगने वाला बाद में आ गया जब देखो मेरे ढाबे पर भिखारियों की भीड़ लगी रहती है मेरे ढाबे से फूटी कौड़ी तो क्या एक निवाला भी किसी को नहीं मिलेगा चलो जाओ यहाँ से

मदन समझ गया था कि कहीं ना कहीं किशन ये सब उसे ही सुना रहा है गुड निराश हो जाता है बूढ़ा व्यक्ति भूखा ही वापस जा रहा था कभी मदन उसे से आवाज लगाता है | Magic Story

मदन – अरे बाबा! रुको पास ही मेरा ठेला है | Magic Story – वहाँ पर चलो, मैं कुछ खिलाता हूँ, मैं अपना ठेला लेकर वापस घर ही जा रहा था |ये कड़ी चावल है, ये तुम खा लो और अपने घर भी लेते जाओ जीते रहो बेटा भगवान तुम्हें जीवन की हर खुशी दे |

Read More:- जादुई कुकर

जादुई कढ़ी चावल | Hindi Kahani | Moral Stories | Bedtime Stories | Hindi Kahaniyan | Jadui Kahaniyan – moralstoriesinhindi.in

कड़ी चावल को देखकर बूढ़ा व्यक्ति बहुत खुश होता है और मदन को दुआएं देता हुआ चला जाता है | मदन के मन में रूपा को लेकर बहुत चिंता थी, ऐसे ही दिन बीत रहे थे Magic Story – पर मदन पैसों का कोई भी इंतजाम नहीं कर पाता एक दिन मदन जब कड़ी चावल का ठेला लगा रहा था, तभी वहाँ से कुछ साधु महात्मा गुजर रहे थे सभी महात्मा बहुत भूखे थे, वो आपस में बात करने लगे |

साधु – बहुत भूख लगी है, हम साधुओं को देखकर उस ढाबे वाले ने मुफ्त में भोजन खिलाने के लिए साफ मना कर दिया एक बार इस कड़ी चावल के ठेले वाले से पूछते हैं शायद ये हमारी कोई मदद कर दें | Magic Story – हाँ हाँ, पूछकर देख लेते हैं नहीं तो भूखे ही मंदिर की ओर बढ़ जाएंगे बेटा बहुत भूख लगी है, क्या तुम हमें कुछ खिला सकते हो?

मदन – हाँ हाँ महात्मा जी, ये तो मेरा बहुत बड़ा सौभाग्य है कि आप मुझ गरीब के ठेले के कड़ी चावल खाओगे | आप सब यहाँ बैठो, मैं आप सब के लिए कड़ी चावल की प्लेट बनाता हूँ |

जादुई कढ़ी चावल | Hindi Kahani | Moral Stories | Bedtime Stories | Hindi Kahaniyan | Jadui Kahaniyan – moralstoriesinhindi.in

मदन सभी साधुओं के लिए बढ़िया तरीके से कड़ी चावल तैयार करता है | मदन के ठेले के कड़ी चावल खाकर साधु महात्मा तृप्त हो जाते हैं |

साधु – तुम सचमुच बहुत दयालु हो और तुम कहीं ना कहीं किसी दुख में हो, हमें अपना दुख कहो |

मदन उन साधुओं को अपनी परेशानी बताता है |

इसे भी पढ़ें – चींटी और टिड्डा – Best Moral Stories In Hindi | Panchtantra Ki Kahaniya In Hindi | Dadimaa Ki Kahaniya 2022

साधु – तुम्हें परेशान होने की कोई आवश्यकता नहीं है, हम तुम्हें एक ऐसा मंत्र बताते हैं, जिसकी सहायता से तुम जब भी करी-चावल बनाओगे तो वो दुगने हो जाएंगे और उनका स्वाद भी बहुत बढ़िया हो जाएगा | Magic Story – इससे तुम्हारी बिक्री शुरू हो जाएगी, Magic Story – तुम आराम से अपनी बेटी रूपा का इलाज शहर में करवा सकते हो और तुम्हें एक बात का हमेशा ध्यान रखना है तो मैं रोजाना अपने ठेले से सौ गरीब और लाचार लोगों को कड़ी चावल मुफ्त में खिलाने होंगे |

मदन – आपका बहुत बहुत शुक्रिया मैं इस बात का ध्यान रखूँगा |

जादुई कढ़ी चावल | Hindi Kahani | Moral Stories | Bedtime Stories | Hindi Kahaniyan | Jadui Kahaniyan – moralstoriesinhindi.in

उन साधु महात्माओं का दिया मंत्र पढ़कर, उस दिन से मदन कड़ी चावल बनाने लगा | Magic Story – मदन की कड़ी चावल इतना स्वादिष्ट होते थे कि आसपास के सभी गांव और शहर के लोग भी उसके पास कड़ी चावल खाने के लिए आते थे | मदन सौ गरीबों को भी अपने ठेले से रोजाना मुफ्त में कड़ी चावल खिलाता था |

धीरे धीरे मदन की बिक्री बढ़ गयी, अब उसके पास लोग भी ज्यादा आने लगे थे इसलिए उसने धीरे-धीरे कड़ी-चावल की एक बड़ी दुकान खोली | मदन के पास इतने पैसे जुड़ गए थे, Magic Story – जिससे उसने अपनी बेटी रूपा के पैर का इलाज भी करवा लिया और वो फिर से चलने और स्कूल जाने लगी |

मदन की बेटी ( रूपा ) – बापू, देखो मैं फिर से चल सकती हूँ | बाबू, मेरा पैर बिल्कुल ठीक हो गया |

मदन की पत्नी ( जानकी ) – आज मैं सचमुच अपनी बच्ची के लिए बहुत खुश हूँ | उन साधु महात्माओं ने आपको वो मंत्र देकर हमारे जीवन के सारे दुख दूर कर दिए |

जादुई कढ़ी चावल | Hindi Kahani | Moral Stories | Bedtime Stories | Hindi Kahaniyan | Jadui Kahaniyan – moralstoriesinhindi.in

मदन – हाँ, जानकी तुम बिल्कुल ठीक कह रही हो, वो साधु महात्मा तो कोई भगवान का रूप बन कर आए थे |मेरी बेटी का पैर ठीक हो गया, बस मेरे लिए तो यही बहुत खुशी की बात है |

Magic Story – किशन को जब मदन की तरक्की के बारे में पता चलता है तो वो अपना सा मुँह लेकर रह जाता है मदन को दूसरों की भलाई करने का फल मिल गया था और उसके जीवन में ढेर सारी खुशियां आ जाती है |

सिख – कहते हैं! जो दूसरों का भला करता है भगवान सदैव उनकी सहायता करते हैं |

इसे भी पढ़ें – Magic Story , School Homework | Best Moral Stories For Kids in Hindi in 2022

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *