TOP 10 MORAL STORIES

Top 10 lines short stories with moral

ईश्वर में विश्वास

Top 10 lines short stories with moral – उरई के राजा माहिल की तीन बहिनें थीं। एक दिन राजा ने तीनों से पूछा कि तुम किसके भाग्य से खाती हो? बड़ी और मझली बहिन ने कहा कि मैं आपके भाग्य से खाती हूँ। छोटी ने उत्तर दिया कि मैं अपने भाग्य से खाती हूँ और ईश्वर के सिवा कोई किसी को भोजन नहीं देता। माहिल ने कहा- ‘मैं देखूँगा तेरे ईश्वर को !’

माहिल ने अपनी बड़ी बहिन अगमा का विवाह महाराज पृथ्वीराज से कर दिया। मझली बहिन का विवाह कन्नौज के राजा जयचंद के साथ कर दिया। और मलना के लिये एक गरीब और बूढ़ा किसान ठीक किया । जहाँ इस समय महोबा है, वहाँ पर उस समय तीन-चार झोंपड़ियाँ थीं।

एक झोंपड़ी में परिमाल नामक ठाकुर रहता था। सात बीघा जमीन थी। एक बैल और एक भैंसे से हल जोतता था। पढ़ा-लिखा न था । घर में अकेला था। उम्र थी- ४५ साल। इतना ही नहीं, पेट में जलंधर रोग भी था। परिमाल का शरीर काला, बदन पतला और पेट मटका की तरह ! माहिल राजा ने उसी किसान के साथ मलना का विवाह दिया।

ससुराल पहुँचकर मलना ने खाना-पीना सब छोड़ दिया। प्रार्थना करना और रोना-ये ही दो काम थे। एक दिन सोमवार आया। सोमवार का व्रत मलना हमेशा करती थी। वह शिव की उपासना करती थी। प्रतिदिन तीन हजार ‘नमः शिवाय’ महामन्त्र का जाप करती थी।

व्रत

10 lines short stories with moral – परंतु सोमवार के दिन व्रत रखकर पचास हजार मन्त्र का जाप करती थी। उस दिन गाँव के लड़कों और लड़कियों को भोजन कराती थी। आज भी सोमवार है। घरमें भूँजी भाँग नहीं। भाई ने क्रोध के कारण कुछ दिया नहीं। आज बालक भोजन कैसे हो? ‘बंदउँ बालरूप सोइ रामू’ कहकर मलना फूट-फूटकर रोने लगी। मलना ने कहा- ‘हे शिव! हे मालिक ! ईश्वरका पक्ष लेने से एक जीवने मेरी यह दुर्दशा कर डाली।

मुझ राजकुमारी को बूढ़ा, रोगी और गरीब किसान पति मिला! सुना है कि परमात्मा पहाड़ को राई और राई को पहाड़ कर देता है। मुझ राई को पहाड़ कर दो और उस पहा ड़को राई कर दो, तब तो मैं जानूँ। आज माहिल रूपी पहाड़ और मलना रूपी राई में द्वन्द्व छिड़ गया है।

शिव

10 lines short stories with moral – हे अन्तर्यामी शिव! आपको अपने विरद का विचार नहीं रहता। या तो मेरी दशा सुधारो या मुझे मौत दो । मेरा यह वर्तमान जीवन असह्य है।’ प्रार्थना करते-करते मलना मूच्छित हो गयी। उसने सपना सा देखा कि भगवान् शिवजी ने ‘आज रातभर जागना !’ हुक्म दिया |

सोमवार की रात थी। दिनभर की भूखी-प्यासी और दिनभर की रोती हुई मलना रात्रि जागरण के लिये बैठी थी। मलना अपने हाथ में सूई लिये थी। आलस आया नहीं और उसने सुई अपने शरीर में चुभोई नहीं। अन्तर के आदेश को पूरा करने के लिये आज वह रातभर जागेगी। धीरे-धीरे आधी रात का समय आया। सारा संसार सो रहा था, पर दुःख की मारी मलना जाग रही थी।

Top 10 lines short stories with moral in hindi
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पशु, पक्षी और वृक्ष तक सो रहे थे, पर मलना को सोना भी नसीब न था, सच बात कहने के अपराध पर भाई ने बहिन को नरक में ढकेल दिया था। खुशामद न करने के कारण एक भाई ने अपनी बहिन को वह दुःख दिया कि जो दुश्मन भी दुश्मन को नहीं दे सकता था। झोंपड़ी के पास एक आम का वृक्ष था। चाँदनी रात थी । वृक्ष की चोटी पर एक काग बैठा था और वृक्ष की जड़ पर एक काला साँप बैठा था, दोनों में बातचीत शुरू हुई।

अन्तर्वाणी

मलना के हृदय में साक्षात् शिवजी प्रकट हुए। मानो किसी ने भीतर कहा ‘साँप और काग की बातचीत सुनना!’ मलना ने उत्तर दिया-मैं उनकी भाषा नहीं समझती।’ अन्तर्वाणी ने कहा- ‘उन दोनों की बातों का अर्थ मैं तुमको बतलाऊँगा। अगर इस बातचीत के अनुसार काम करोगी तो तुम्हारा समस्त क्लेश दूर हो जायगा।’

मलना सावधान होकर बैठ गयी। सौंपने काग से जो बात कही और साँप से काग ने जो बात कही उसका अर्थ भगवान् भोलानाथ ने इस प्रकार से मलना को समझाया | साँप ने काग से कहा- ‘सारा संसार सो रहा है। तुम्हारा गुणगान सुननेवाला कोई नहीं है। तुमने कई बार हमला करके मुझको जखमी किया है।

10 lines short stories with moral – इसलिये तुम्हारी पोल खोलता हूँ। अगर कोई इस कागको -पकड़ ले और सरसों के तेल में भून डाले, फिर उस तेल को ठंडाकर परिमाल के शरीर पर मल दे तो परिमाल का काया कल्प हो जाये। उसके समस्त रोग नष्ट हो जायें। उसकी उम्र बीस साल के जवान जैसी हो। जाय। वह इस समय जितना बदसूरत है, उस समय वह उतना ही खूबसूरत हो जाय। इस काग-कल्प से वह किसान राजकुमार जैसा दीप्तिमान् हो जायगा।’

काग ने साँप से कहा – ‘सारा संसार सो रहा है। तेरा गुणगान सुननेवाला कोई नहीं है तूने हमारे सब अण्डे खा लिये, इसीलिये मैंने हमले किये मेरी तेरी पुरानी दुश्मनी है, इसलिये आज तेरी पोल खोलता हूँ। अगर कोई गरम तेल से इस सौंप की बामी भर दे तो यह मरकर बाहर निकल आयेगा। इसके बाद इसके घर को पाँच हाथ गहरा खुदवा डाले, तो उसको ‘पारस’ मिल जायगा। जब वह पारस पा जायगा, तब खुद ही सम्राट् हो जायगा ।’

10 lines short stories with moral – सुबह होते ही मलनाने चिड़ीमारों को बुलाया। आपके वृक्ष पर जाल लगाया गया और वह काग पकड़ा गया। गरम तेल में उस काग को गया और वह तेल परिमाल के अंगपर लगाया गया। सचमुच काया कल्प हो गया। परिमाल इतने सुन्दर हो गये कि दूसरे इन्द्र से लगने लगे। इसके बाद दस मन तेल औटाया गया और साँप की वामी में भरा गया। जल-भुनकर साँप बाहर निकला और मर गया।

उस जगह खुदाई की गयी तो एक चेत शिवमूर्ति निकली। मलना ने स्नान किया और उस पत्थर को ठाकुरजी के पास रख दिया। एक लोहे की कील उस पत्थर से आयी तो वह सोने की कील हो गयी वही ‘पारस’ था। भूना अब क्या था। सारा रंग पलट गया। कल जो मजदूर था, आज उसके दरवाजे पर हजारों मजदूर काम करने के लिये खड़े हैं। कल जो झोंपड़ी में रहता था, आज वही महल बनवा रहा है।

10 lines short stories with moral – परिमाल ने कहा- ‘मेरे घर में साक्षात् लक्ष्मीजी ने प्रवेश किया है।’ खुद अपने हाथ से मलना ने महोबा नगर को नींव रखी। एक साल के अंदर विशाल महोबा बस गया, जिसमें एक भी घर कच्चा न था। समस्त नगर में बहादुर क्षत्रिय लोग बसाये गये। किले में महारानी मलना और महाराज परिमाल रहने लगे। सेना भरती की गयी। नगर के उत्तर में शिवमन्दिर बनाया गया। शारदा देवी और मनियाँ देव के मन्दिर बनाये गये।

जंगल में मंगल हो गया। महोबा के बसने का और पारस की प्राप्ति का यही आदिम इतिहास है। कीरत सागर नामक ताल के किनारे पर महात्मा लोगों ने धूनी लगा दी।

मलना रानी के हुक्मसे सेनापति दस्सराज और बच्छराज ने सेना सजायी उरई नरेश माहिल के ५० ग्रामों पर जबरदस्ती कब्जा कर लिया गया। माहिल प्रति बीघा पाँच रुपया लगान लेता था, मलना ने फी बीच चार आना लगान कर दिया। पब्लिक ने कहा- ‘महारानी मलना का राज्य अटल रहे।’

उभई

10 lines short stories with moral – सेनापतियों ने उरई के मैदान में माहिल के पुत्र राजकुमार उभई को हराया। इसके बाद माहिल गिरफ्तार हुए और मलना के सामने लाये गये। मलना – आज राई को पहाड़ कर दिया गया और पहाड़ को राई कर दिया गया। मालिक की भुजाएँ बहुत बड़ी हैं। मालिक के खेल बड़े विचित्र हैं।

राखनहार जो चार भुजा, तो कहा करिहैं दो हाथ बिचारे? क्यों राजन्! मलना को भोजन माहिल देता है या ईश्वर? माहिल – ईश्वर ही सबको भोजन देता है।

मलना – तुम तो कहते थे कि मैं तुम्हारे ईश्वर को देखूँगा । सो तुमने मेरे ईश्वर को देख लिया या नहीं?

माहिल – देख लिया। खूब देख लिया।

मलना रानी ने भाई माहिल की हथकड़ी खुला दी और उनको उरई भेज दिया। इसके बाद महारानी मलना ने बावन किले फ़तह किये और अपने पुत्र ब्रह्मा का विवाह भारत सम्राट् पृथ्वीराज की लड़की बेला के साथ किया।

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