Top 10 Moral Stories In Hindi

Top 10 Moral Stories In Hindi | Best Moral Stories In Hindi | Moral Story

हेलो दोस्तों मै हूँ केशव आदर्श और आपका हमारे वेबसाइट मोरल स्टोरीज इन हिंदी (Moral Stories in Hindi) में स्वागत है आज जो मै आपको कहानी सुनाने जा रहा हु | उसका नाम है Top 10 Moral Stories In Hindi | यह एक Moral Stories For Kids और Top 10 Moral Stories In Hindi की कहानी है और इस कहानी में बहुत ही मजा आने वाला है और आपको बहुत बढ़िया सिख भी मिलेगी | मै आशा करता हु की आपको ये कहानी बहुत अच्छी तथा सिख देगी | इसलिए आप इस कहानी को पूरा पढ़िए और तभी आपको सिख मिलेगी | तो चलिए कहानी शुरू करते है आज की कहानी – Top 10 Moral Stories In Hindi

Top 10 Moral Stories In Hindi
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1.सच्ची मित्रता – True Freindship

Top 10 Moral Stories In Hindi – महाकवि रहीम और संत शिरोमणि गोस्वामी तुलसीदास जी में गहरी मित्रता थी और अपार स्नेह भी। एक बार एक व्यक्ति तुलसीदास जी के पास आर्थिक सहायता माँगने पहुँचा।

उसकी बेटी की शादी थी, पर आर्थिक विपन्नता के कारण वह यथोचित संसाधन जुटा पाने में अक्षम था। तुलसीदास जी उस व्यक्ति से बोले “मित्र! मैं तो ठहरा फक्कड़ इनसान।

मैं अपने मित्र रहीम के लिए पत्र लिख देता हूँ, वो राजदरबार में कार्यरत हैं। संभव है तुम्हें सहयोग कर दें।” यह कहकर तुलसीदास जी ने एक पत्र रहीम को भेजा और उसमें लिखा-‘सुरतिय नरतिय नागतिय, यह चाहत सब कोय ।’

True Freindship

रहीम ने पत्र प्राप्ति पर उस व्यक्ति का खूब सत्कार किया और उसकी पुत्री के विवाह की संपूर्ण व्यवस्था बना दी। जाते-जाते, उन्होंने उस व्यक्ति को गोस्वामी जी के नाम एक पत्र दिया और उसमें लिखा-‘गोद लिए हुलसी फिरै, तुलसी सो सुत होय ।’

यह लिखकर न केवल उन्होंने तुलसीदास जी की लिखी पंक्ति को छंद का रूप प्रदान कर दिया, वरन ये भी सिद्ध कर दिया कि वे उनका कितना हार्दिक सम्मान करते हैं।

2. भक्ति का मर्म – The Heart Of Devotion

Top 10 Moral Stories In Hindi – राजा जनश्रुति पशु-पक्षियों की भाषा समझ सकने में सक्षम थे। एक दिन उन्होंने दो पक्षियों को बात करते सुना―”राज्य में सबसे बड़े भक्त रैक्य हैं।”

सुनकर जनश्रुति को बड़ा आश्चर्य हुआ; क्योंकि रैक्य उनके सारथी का नाम था। उन्होंने रैक्य को बुलाकर जानना चाहा कि उन्हें प्रभुभक्ति का अवसर कब मिल पाता है ?

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रैक्य बोले – “महाराज! प्रभु को समर्पण के साथ निश्छलता प्यारी है। तभी तो भगवान सब कुछ छोड़कर सुदामा के चावल, शबरी के बेर और द्रौपदी की जूठी सब्जी खा जाते हैं। आडंबरों से इनसान उनसे दूर ही चला जाता है।” भक्ति का मर्म राजा की समझ में आ गया।

3. भगवान भक्ति के प्यारे – The Devotion Of Dear God

Top 10 Moral Stories In Hindi – गुरजिएफ यूरोप का प्रसिद्ध चिंतक एवं दार्शनिक हुआ है। एक बार एक व्यक्ति उससे बारंबार आग्रह करने लगा कि वो उसे भगवान के दर्शन करा दें। उसके बार-बार बोलने पर गुरजिएफ उसे एक दिन नहर के किनारे ले गया।

नहर सूखी पड़ी थी और वहाँ थोड़ी देर में पानी छोड़ा जाने वाला था। गुरजिएफ ने उस व्यक्ति को नहर के बीचोबीच खड़ा होने को कहा। थोड़ी देर में पानी छोड़ा गया और वह व्यक्ति धीरे-धीरे डूबने लगा।

जब पानी उसकी छाती से ऊपर उठने लगा तो उसे घबराहट होने लगी और वो भागने का यत्न करने लगा। गुरजिएफ उसे बचाने के बजाय उसके कंधे पर चढ़ गया और उसे वहीं पानी के बीच रोकने लगा।

अब तो वह व्यक्ति बड़ा छटपटाने लगा और गुरजिएफ को एक तरफ धक्का देकर किनारे आ गया। किनारे आकर उसने गहरी साँस ली और फिर गुरजिएफ से कहा- “आप भी बड़े विचित्र इनसान हैं!

भला ऐसे भी कहीं भगवान दीखते हैं।” गुरजिएफ ने धीरे से उसकी पीठ पर हाथ फेरा और बोला – “मित्र! जितनी अकुलाहट तुम्हें उस पानी में से बाहर निकलने की हो रही थी, उतनी ही आतुरता भगवान से मिलने की होती तो तुम्हें मुझसे उनका पता न पूछना पड़ता।

भगवान तो भक्ति के इच्छुक हैं, यदि हृदय से उनको पुकारा जाए तो वे तुरंत भक्त के पास खिंचे चले आते हैं।”

4. सत्य बोले ( पर किसी का अहित ना करें ) – Speak the truth (but do not harm anyone)

Top 10 Moral Stories In Hindi – प्राचीनकाल में एक सत्यनिष्ठ ब्राह्मण रहा करते थे, उनका नाम कौशिक था। एक बार वे नदी किनारे बैठे तपस्या कर रहे थे कि कुछ व्यक्ति भागते हुए वहाँ पहुँचे और झाड़ियों के पीछे दुबक गए।

कुछ ही क्षणों के उपरांत कुछ डाकू वहाँ आए और कौशिक से उन व्यक्तियों के विषय में पूछा। अपनी सत्य बोलने की प्रतिज्ञा को ध्यान में रखते हुए उन्होंने डाकुओं को उन व्यक्तियों की ओर भेज दिया।

डाकुओं ने उन व्यक्तियों को लूटकर उनकी वहीं हत्या कर दी। मरणोपरांत कौशिक यमलोक पहुँचे। यमराज ने उन्हें देखकर कहा-“महाराज! आपने एक धर्मपरायण व्यक्ति का जीवन जिया है।

आपके पूरे जीवन का पुण्य बहुत है, पर तब भी एक अप्रिय सत्य बोलने के कारण आप हत्या के पाप में भागीदार बने हैं, उसके कारण आपको नरक में निर्धारित समय व्यतीत करना होगा।

” जिस सत्य के बोलने से दूसरों का अहित होता है, वह सत्य पुण्यफल प्राप्त नहीं कर सकता। “

5. भगवत भक्ति एक मात्र उपाय – God bhakti is the only solution

Top 10 Moral Stories In Hindi – संत वल्लभाचार्य बैठे थे। शिष्यों के साथ सत्संग हो रहा था । शिष्यों ने प्रश्न किया “गुरुदेव भगवान के दर्शन कैसे होते हैं ?” संत ने उत्तर दिया- “भगवान से प्रेम होने पर भगवान के दर्शन होते हैं।

जब उनके साथ अनुराग प्रबल होता है और बदले में उनसे कुछ पाने की आकांक्षा नहीं होती तो वे खिंचे चले आते हैं। जब इस भाव के साथ व्याकुल होकर उनको पुकारते हैं तो भगवान के दर्शन होते हैं।”

भगवद्भक्ति ही भगवद्दर्शन का एकमात्र उपाय है।

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6. थामस अल्वा एडीसन – Thomas Addison

Top 10 Moral Stories In Hindi – प्रसिद्ध वैज्ञानिक थॉमस अल्वा एडीसन के लिए कहा जाता है कि वे अत्यंत जुझारू प्रवृत्ति के थे। बल्ब का आविष्कार करने से पूर्व उनके हजार से ज्यादा प्रयोग असफल हुए तब जाकर उनको सफलता मिली।

जब उनके आलोचकों ने उनसे पूछा कि आपको कैसा लगा जब आपको हजारवीं बार में सफलता मिली। एडीसन ने उत्तर दिया ‘मैंने कभी उन घटनाओं को असफलताओं के रूप में स्वीकार ही नहीं किया, बल्कि मैंने 44 उन हजार तरीकों की खोज की, जिनसे बल्ब नहीं बनाया जा सकता था।

हमारी जिंदगी की हर भूल हमारे लिए वरदान बन सकती है, यदि हम उससे कुछ सीखने में सफल होते हैं।”

यदि हर व्यक्ति जीवन में प्रतिकूलताओं के प्रति यही सोच रखे तो जीवन स्वर्ग बन जाए।

7. विद्वान पुरुष – Intelligent Person

Top 10 Moral Stories In Hindi – राजा सर्वप्रिय अपनी न्यायप्रियता के लिए बहुत प्रसिद्ध थे। एक बार उनके दरबार में एक चोरी का मुकदमा आया। चोर बोला-“महाराज! आप तो ज्ञानी पुरुष हैं। मैं आपके समक्ष स्वीकार करता हूँ कि चोरी मैंने की, पर इसके लिए मैं कसूरवार नहीं हूँ, मेरे हाथ कसूरवार हैं।

आप से अनुरोध है कि जो सजा आप देना चाहें, वो मेरे हाथों को ही दें, मुझे नहीं।” राजा चोर की दलील सुनकर थोड़ा हँसे, फिर बोले—”मैं तुमसे सहमत हूँ। मैं आदेश देता हूँ कि तुम्हारे हाथों को चोरी के जुर्म में एक वर्ष के कारागार की सजा दी जाए।

हाँ! यह तुम्हारे ऊपर है कि तुम अपने हाथों के साथ कारागार जाना चाहोगे अथवा उनके बिना घर लौटना चाहोगे।” राजा का आदेश सुनकर चोर चुपचाप कारागार चला गया। विद्वान पुरुष हर समस्या का न्यायसंगत समाधान खोजने में कुशल होते हैं।

8. श्रम कि कीमत – The Cost Of Labour

Top 10 Moral Stories In Hindi – एक बैल खेत जोत रहा था। उसका मालिक उसके साथ लगा हुआ था। उसको इतनी मेहनत करते देख वहीं पास में बैठा बकरा बोला –”श्रीमान बैल जी!

आपका जीवन भी कोई जीवन है। आपका मालिक आपसे कितनी बुरी तरह से काम लेता है। मेरा मालिक तो मुझसे कोई काम नहीं लेता, पर दिन में 4-5 बार खूब खिलाता है।

मैं तो आराम की जिंदगी गुजार रहा हूँ।” बैल उसकी बात को अनसुनी करके अपना काम यथावत् करता रहा। शाम हुई तो बकरे का मालिक अपने दोस्त के साथ लौटा और बकरे को दिखाते हुए। बोला – “अब ये खूब तगड़ा हो गया है, इसको काटा जा सकता है।”

वहीं बैल के मालिक ने बैल के लिए हरी-हरी दूब और चारा लाकर रखा और उसको बहुत प्यार से थपथपाया। अब बकरे को पता चला कि इस संसार में केवल श्रम की कीमत है, आराम फरमाने की नहीं।

9. उल्टी बुद्धि – Reverse Intelligence

Top 10 Moral Stories In Hindi – एक महात्मा नाव पर यात्रा कर रहे थे। प्रभु कीर्तन कर रहे थे। नाव में ही कुछ दुष्ट बैठे थे। उन्हें मसखरी सूझी। वे धड़ाधड़ उनकी गंजी खोपड़ी पर चपत लगाने लगे।

दूसरे लोग जो बैठे थे, उनकी हिम्मत नहीं हुई कि उन्हें रोकते। आकाश के देवता यह दृश्य देख रहे थे। बड़े क्रुद्ध हुए। महात्मा से कहा – “हे भद्रपुरुष ! आप अति सहनशील हैं।

आप कहें तो नाव उलट दें, इन सबको डुबो दें। आप बताएँ क्या दंड दें ?” महात्मा हँसते हुए बोले- “उलटना और डुबोना तो सब जानते हैं। आपको देवता कहा जाता है। इन्हें उलटकर सीधा कर दीजिए। इनकी बुद्धि बदल दीजिए। डुबाने की अपेक्षा उबार दीजिए।” देवताओं ने वही किया।

आज संसार में उलटी बुद्धि को उलटकर सीधा करने की ज्यादा जरूरत है। Top 10 Moral Stories In Hindi

10. क्या व्यक्तित्व को आका जा सकता है – Can We Personality Be Judged

Top 10 Moral Stories In Hindi – भगवान बुद्ध का एक जन्म जंगली भैंसे के रूप में भी हुआ। बोधिसत्त्व स्वभाव से ही करुणावान थे। अतः भैंसे के रूप में भी अत्यंत शांत रहते। उनकी सहनशीलता का लाभ लेकर एक बंदर उन्हें बहुत परेशान करता।

देवताओं ने बोधिसत्त्व से कहा ‘आप इस उत्पाती वानर को कोई सबक क्यों नहीं सिखाते ? आपके सींग के एक ही वार से इसको सही शिक्षा मिल जाएगी।” बोधिसत्त्व बोले – “देवगणो! सहनशीलता और करुणा की सही परीक्षा ऐसे ही क्षणों में होती है।

अपने से अधिक बलवान का दुर्व्यवहार तो हर कोई विवश होकर सहन करता है, पर अपने से निर्बल के अपराध को क्षमा करने के लिए करुणा की आवश्यकता होती है।” Top 10 Moral Stories In Hindi

दया, क्षमा एवं करुणा संतों के जीवन की पहचान होते हैं और इन्हीं गुणों के आधार पर उनके व्यक्तित्व को आँका जा सकता है।

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